By हिमानी दीवान
मां बनने के बाद शरीर और दिमाग में कई बदलाव होते हैं। 'डियर मां' की आठवीं किस्त में Mothers के दिमाग में मचने वाली उथल-पुथल की वो कहानी, जिसे लोग नजरअंदाज करते हैं या फिर समझना ही नहीं चाहते।
मां बनने के बाद शरीर और दिमाग में कई बदलाव होते हैं। 'डियर मां' की आठवीं किस्त में Mothers के दिमाग में मचने वाली उथल-पुथल की वो कहानी, जिसे लोग नजरअंदाज करते हैं या फिर समझना ही नहीं चाहते।
By हिमानी दीवान
बेटी का जन्म होने के बाद मुझे स्तनपान करवाने में बहुत मुश्किल हो रही थी, ऐसा लाखों महिलाओं के साथ होता है। लेकिन मेरी मां और डॉक्टर ने समझाया कि स्तनपान सिर्फ बच्चे के लिए ही नहीं, मेरे लिए भी जरूरी है। मां का दूध कितना जादुई होता है, कैसे बनता है और किस तरह मां व बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद है। पढ़ें डियर मां की ये सातवीं किस्त-
बेटी का जन्म होने के बाद मुझे स्तनपान करवाने में बहुत मुश्किल हो रही थी, ऐसा लाखों महिलाओं के साथ होता है। लेकिन मेरी मां और डॉक्टर ने समझाया कि स्तनपान सिर्फ बच्चे के लिए ही नहीं, मेरे लिए भी जरूरी है। मां का दूध कितना जादुई होता है, कैसे बनता है और किस तरह मां व बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद है। पढ़ें डियर मां की ये सातवीं किस्त-
By हिमानी दीवान
डियर मां आपने मुझे एक मुश्किल ऑपरेशन के जरिए जन्म दिया था। आप चाहती थीं कि वो मुश्किल मेरे सामने ना आए। मगर प्रेगनेंसी के उन नाजुक नौ महीनों में कुछ भी चाहने से कहां होता है। मैंने भी सिजेरियन के जरिए अपनी बच्ची को जन्म दिया। उसी के बाद मुझे समझ आया नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी में क्या अंतर होता है। डियर मां के इस छठे भाग में पढ़ें कैसे हुई थी सिजेरियन डिलीवरी की शुरुआत ..
डियर मां आपने मुझे एक मुश्किल ऑपरेशन के जरिए जन्म दिया था। आप चाहती थीं कि वो मुश्किल मेरे सामने ना आए। मगर प्रेगनेंसी के उन नाजुक नौ महीनों में कुछ भी चाहने से कहां होता है। मैंने भी सिजेरियन के जरिए अपनी बच्ची को जन्म दिया। उसी के बाद मुझे समझ आया नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी में क्या अंतर होता है। डियर मां के इस छठे भाग में पढ़ें कैसे हुई थी सिजेरियन डिलीवरी की शुरुआत ..
By हिमानी दीवान
आपका फ्लूड कम हो गया है, समय से पहले डिलीवरी करानी होगी... बच्चा और मां दोनों की जान को खतरा हो सकता है... आपके बच्चे का मूवमेंट नहीं हो रहा है.. बीपी बहुत ज्यादा हुआ तो डिलीवरी मुश्किल हो जाएगी, दिन रात उल्टियां हो रही हैं... ऐसी तमाम मुश्किलें (pregnancy complications) हजारों महिलाएं प्रेंगनेंसी के दौरान झेलती हैं। डियर मां की पांचवीं किस्त में ऐसे ही कुछ मुश्किलें और उसने बचने के तरीकों पर चर्चा है
आपका फ्लूड कम हो गया है, समय से पहले डिलीवरी करानी होगी... बच्चा और मां दोनों की जान को खतरा हो सकता है... आपके बच्चे का मूवमेंट नहीं हो रहा है.. बीपी बहुत ज्यादा हुआ तो डिलीवरी मुश्किल हो जाएगी, दिन रात उल्टियां हो रही हैं... ऐसी तमाम मुश्किलें (pregnancy complications) हजारों महिलाएं प्रेंगनेंसी के दौरान झेलती हैं। डियर मां की पांचवीं किस्त में ऐसे ही कुछ मुश्किलें और उसने बचने के तरीकों पर चर्चा है
By हिमानी दीवान
डियर मां...आपने मुझे कभी नहीं बताया कि जब मैं आपके पेट में थी, तब आपको पापा से कितना साथ मिला। मैं ये जरूर जानती हूं कि मेरी pregnancy के दौरान जब हर मोड़ पर मेरे पति मेरा साथ दे रहे थे, तब आप कितनी खुश थीं। और आपने कहा था ये खुशी हर औरत को मिलनी जरूरी है। उसी बात को याद करके आज इस सीरीज की ये चौथी किश्त लिख रही हूं
डियर मां...आपने मुझे कभी नहीं बताया कि जब मैं आपके पेट में थी, तब आपको पापा से कितना साथ मिला। मैं ये जरूर जानती हूं कि मेरी pregnancy के दौरान जब हर मोड़ पर मेरे पति मेरा साथ दे रहे थे, तब आप कितनी खुश थीं। और आपने कहा था ये खुशी हर औरत को मिलनी जरूरी है। उसी बात को याद करके आज इस सीरीज की ये चौथी किश्त लिख रही हूं
By हिमानी दीवान
डियर मां...बेशक अब मैं भी मां बन चुकी हूं। मगर मुझे वो दिन भी याद है जब मैं करियर में आगे बढ़ने और मां बनने के फैसले के बीच उलझी हुई थी। मैं मां बनना चाहती थी लेकिन इसका अहसास आपने मुझे कराया था। साथ ही ये भी समझाया था कि मां बनने का फैसला लड़की को अपने पूरे मन से करना चाहिए, किसी दबाव में नहीं। डियर मां पार्ट-2
डियर मां...बेशक अब मैं भी मां बन चुकी हूं। मगर मुझे वो दिन भी याद है जब मैं करियर में आगे बढ़ने और मां बनने के फैसले के बीच उलझी हुई थी। मैं मां बनना चाहती थी लेकिन इसका अहसास आपने मुझे कराया था। साथ ही ये भी समझाया था कि मां बनने का फैसला लड़की को अपने पूरे मन से करना चाहिए, किसी दबाव में नहीं। डियर मां पार्ट-2
By हिमानी दीवान
By हिमानी दीवान
World Tourism Day Special: दिल्ली की चंपा गली - देश की राजधानी दिल्ली में एक गांव है सैदुलाजाब। यह छोटा-सा गांव दिल्ली जैसे बड़े शहर में गुमनाम सा नजर आता है। यहां पहुंचना मुश्किल नहीं है, मगर इस गांव की खासियत तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ती है। इस गांव की खासियत है इसकी चंपा गली।
World Tourism Day Special: दिल्ली की चंपा गली - देश की राजधानी दिल्ली में एक गांव है सैदुलाजाब। यह छोटा-सा गांव दिल्ली जैसे बड़े शहर में गुमनाम सा नजर आता है। यहां पहुंचना मुश्किल नहीं है, मगर इस गांव की खासियत तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ती है। इस गांव की खासियत है इसकी चंपा गली।
By हिमानी दीवान
Every day more and more people disillusioned with their lives are resorting to committing suicide. But a very few survive to live afresh. How does it feel to survive a self-induced death attempt? Let's hear it from a suicide survivor …
Every day more and more people disillusioned with their lives are resorting to committing suicide. But a very few survive to live afresh. How does it feel to survive a self-induced death attempt? Let's hear it from a suicide survivor …
By हिमानी दीवान
जिंदगी से हार कर आत्महत्या करने वालों की संख्या हर रोज बढ़ती जा रही है। मगर ऐसे लोग कम हैं, जिन्हें आत्महत्या के बाद जिंदगी जीने का मौका मिलता है। मनचाही मौत के मुंह से निकलने के बाद कैसा लगता है, जानिए खुद एक सुसाइड सर्वाइवर की जुबानी...
जिंदगी से हार कर आत्महत्या करने वालों की संख्या हर रोज बढ़ती जा रही है। मगर ऐसे लोग कम हैं, जिन्हें आत्महत्या के बाद जिंदगी जीने का मौका मिलता है। मनचाही मौत के मुंह से निकलने के बाद कैसा लगता है, जानिए खुद एक सुसाइड सर्वाइवर की जुबानी...
By CMS Admin
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