मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू से बिल्लियों की मौत; क्या इंसानों को भी कर सकता है संक्रमित?
Divendra Singh | Mar 03, 2025, 15:29 IST
मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू यानि एवियन इन्फ्लूएंजा से बिल्लियों की मौत से लोगों के मन में सवाल है कि क्या इनसे इंसानों को भी संक्रमण हो सकता है, ये कितनी खतरनाक बीमारी होती है?
मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू से 18 बिल्लियों की मौत हो गई, देश में पहली बार हुआ है जब बर्ड फ्लू से किसी बिल्ली की मौत हुई है। जनवरी महीने में छिंदवाड़ा के पशु अस्पताल पहले एक बिल्ली भर्ती हुई, फिर दो, देखते-देखते जब 99 बिल्लियाँ भर्ती हुई तो डॉक्टर को शक हुआ कि ऐसी क्या हुआ है जो एक साथ इतनी बिल्लियाँ बीमार हो गईं हैं, जब पता किया गया तो लोगों ने बताया कि लोग अपनी बिल्लियों को चिकन खिला रहे हैं, तब उनका सैंपल जांच के लिए भेजा गया तो पता चला कि उन्हें तो बर्ड फ्लू का संक्रमण हुआ है। पशुपालन विभाग, छिंदवाड़ा के उप निदेशक डॉ एचजीए पक्षवार गाँव कनेक्शन से बताते हैं, “देश में पहली बार हुआ है जब बर्ड फ्लू का संक्रमण बिल्लियों में देखा गया है। 18 बिल्लियों की मौत के बाद सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें दो बिल्लियों में बर्ड फ्लू पाया गया।” वो आगे कहते हैं, “बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद हमने चिकन की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है और दुकाने बंद करा दी गईं हैं।” इसके साथ ही छिंदवाड़ा जिले के मोहखेड़ ब्लॉक के सालीमेटा गाँव के एक पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू (H5N1 एवियन इन्फ्लुएंजा) के पांच सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। डॉ पक्षवार आगे बताते हैं, “अभी तक छिंदवाड़ा शहर 758 और सालीमेटा गाँव के पॉल्ट्री फार्म पर 405 मुर्गियों के साथ 38000 हज़ार अंडों को नष्ट करके जमीन में दफना दिया गया है।” भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार 21 दिनों तक दुकानों और पॉल्ट्री फार्म को बंद कर दिया गया है, लेकिन अब तीन महीने और बढ़ा दिया गया है। यही नहीं शहरी क्षेत्र में पशु विभाग ने संक्रमित क्षेत्र में बिल्लियों के संपर्क में आए 65 लोगों के सैंपल जांच करने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे। इन सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बिहार के जहानाबाद में भी बर्ड फ्लू से कौओं की मौत बिहार के जहानाबाद जिले में 18 फरवरी को कई कौओं की मौत का कारण बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा एच5एन1) पाया गया है. जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। बिल्लियों की बर्ड फ्लू के संक्रमण से मौत होने से लोगों में डर है कि क्या इससे इंसानों को भी खतरा हो सकता है और कितना खतरनाक होता है, विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन ने ऐसे ही कई सवालों के जवाब दिए हैं एवियन इन्फ्लूएंजा क्या है और यह कैसे फैलता है? एवियन इन्फ्लुएंजा, जिसे बर्ड फ्लू के नाम से भी जाना जाता है, एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है जो घरेलू और जंगली पक्षियों को प्रभावित करती है। यह बीमारी दुर्लभ अवसरों पर स्तनधारियों, जिनमें इंसान भी शामिल हैं, में पाई गई है। पशु स्वास्थ्य पर इसके प्रभावों के अलावा, यह बीमारी पोल्ट्री उद्योग पर विनाशकारी प्रभाव डालती है, जिससे कामगारों की आजीविका, खाद्य सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को खतरा होता है। एवियन इन्फ्लुएंजा आसानी से इन तरीकों से फैल सकता है:
- संक्रमित पक्षियों से होने वाले स्राव और मल, विशेष रूप से मल से दूषित चारा और पानी (खेतों या जीवित पक्षियों के बाजारों में)।
- दूषित जूते, वाहन, और उपकरणों के संपर्क में आने से।
- पक्षियों की सीमापार आवाजाही, जिसमें जंगली पक्षियों का प्रवास और अवैध व्यापार शामिल है।