By Divendra Singh
मिट्टी सिर्फ धूल या रेत नहीं, बल्कि एक जीवित दुनिया है जहाँ अनगिनत सूक्ष्मजीव और केंचुए जीवन का चक्र चलाते हैं। लेकिन जब खेतों में पराली जलती है, तो यह जीवंत संसार धीरे-धीरे मरने लगता है। यह लेख बताता है कि मिट्टी कब “सजीव” होती है, कब “निर्जीव”, और किसान इसे कैसे पहचान सकते हैं और बचा सकते हैं।
मिट्टी सिर्फ धूल या रेत नहीं, बल्कि एक जीवित दुनिया है जहाँ अनगिनत सूक्ष्मजीव और केंचुए जीवन का चक्र चलाते हैं। लेकिन जब खेतों में पराली जलती है, तो यह जीवंत संसार धीरे-धीरे मरने लगता है। यह लेख बताता है कि मिट्टी कब “सजीव” होती है, कब “निर्जीव”, और किसान इसे कैसे पहचान सकते हैं और बचा सकते हैं।
By Divendra Singh
कैसे पिछले 80 वर्षों में गाँवों का भौतिक विकास हुआ, लेकिन इसके साथ-साथ ग्रामीण संस्कृति, पारंपरिक जीवनशैली और परिवार भाव में कमी आई।
कैसे पिछले 80 वर्षों में गाँवों का भौतिक विकास हुआ, लेकिन इसके साथ-साथ ग्रामीण संस्कृति, पारंपरिक जीवनशैली और परिवार भाव में कमी आई।
By Divendra Singh
अमेरिका द्वारा 25% टैरिफ बढ़ाए जाने से भारत का सीफूड और कृषि निर्यात गहरे संकट में है। जानिए कैसे हजारों किसानों, मछुआरों और निर्यातकों पर इसका असर पड़ेगा और सरकार क्या कदम उठा रही है।
अमेरिका द्वारा 25% टैरिफ बढ़ाए जाने से भारत का सीफूड और कृषि निर्यात गहरे संकट में है। जानिए कैसे हजारों किसानों, मछुआरों और निर्यातकों पर इसका असर पड़ेगा और सरकार क्या कदम उठा रही है।
By Divendra Singh
लखनऊ की इस बाग 352 से अधिक किस्मों के आम उगाते हैं एस.सी. शुक्ला, जिन्हें लोग ‘मैंगो मैन’ कहते हैं। आम उनके लिए सिर्फ फल नहीं, बल्कि संस्कृति, विज्ञान और भावनाओं का संगम हैं। हर साल उनकी आम प्रदर्शनी बिना किसी टिकट के लोगों को स्वाद, विरासत और विविधता का अनुभव देती है। जानिए उनके इस जुनून की कहानी।
लखनऊ की इस बाग 352 से अधिक किस्मों के आम उगाते हैं एस.सी. शुक्ला, जिन्हें लोग ‘मैंगो मैन’ कहते हैं। आम उनके लिए सिर्फ फल नहीं, बल्कि संस्कृति, विज्ञान और भावनाओं का संगम हैं। हर साल उनकी आम प्रदर्शनी बिना किसी टिकट के लोगों को स्वाद, विरासत और विविधता का अनुभव देती है। जानिए उनके इस जुनून की कहानी।
By Divendra Singh
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) ने भारत में करोड़ों छोटे उद्यमियों को बिना गारंटी ऋण देकर आत्मनिर्भर बनने का मौका दिया। इस योजना के 10 वर्ष पूरे हो चुके हैं और अब वक्त है इसके पहलुओं को समझने का
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) ने भारत में करोड़ों छोटे उद्यमियों को बिना गारंटी ऋण देकर आत्मनिर्भर बनने का मौका दिया। इस योजना के 10 वर्ष पूरे हो चुके हैं और अब वक्त है इसके पहलुओं को समझने का
By Divendra Singh
हर साल 13 सितंबर को विश्व सेप्सिस दिवस मनाया जाता है, ताकि सेप्सिस के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। यह दिन हमें इस गंभीर समस्या से लड़ने के लिए एकजुट होने का अवसर देता है।
हर साल 13 सितंबर को विश्व सेप्सिस दिवस मनाया जाता है, ताकि सेप्सिस के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। यह दिन हमें इस गंभीर समस्या से लड़ने के लिए एकजुट होने का अवसर देता है।
By Divendra Singh
अगर आप खाना बनाने या खिलाने के शौक़ीन हैं तो आपके लायक सरकारी नौकरी निकली है, वो भी अर्धसैनिक बल में। जी हाँ, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) ने अलग अलग श्रेणियों में कॉन्स्टेबल के पदों पर भर्ती निकाली हैं।
अगर आप खाना बनाने या खिलाने के शौक़ीन हैं तो आपके लायक सरकारी नौकरी निकली है, वो भी अर्धसैनिक बल में। जी हाँ, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) ने अलग अलग श्रेणियों में कॉन्स्टेबल के पदों पर भर्ती निकाली हैं।
By Divendra Singh
बीजों का संरक्षण आज की ज़रूरत है, हाइब्रिड बीजों का उपयोग करते हुए भी परंपरागत बीजों को सहेजना चाहिए। भविष्य में इन बीजों की माँग बढ़ेगी, और आपके पास उपलब्ध ये अनमोल बीज आपके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकते हैं। खेती के डॉक्टर में कृषि वैज्ञानिक डॉ दया श्रीवास्तव बीजों की अहमियत और इन्हें बचाने का तरीका बता रहे हैं।
बीजों का संरक्षण आज की ज़रूरत है, हाइब्रिड बीजों का उपयोग करते हुए भी परंपरागत बीजों को सहेजना चाहिए। भविष्य में इन बीजों की माँग बढ़ेगी, और आपके पास उपलब्ध ये अनमोल बीज आपके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकते हैं। खेती के डॉक्टर में कृषि वैज्ञानिक डॉ दया श्रीवास्तव बीजों की अहमियत और इन्हें बचाने का तरीका बता रहे हैं।
By Divendra Singh
हिन्दुस्तान एग्रीकल्चरल रिसर्च सोसाइटी खेती किसानी के क्षेत्र में विशेष काम करने वाले लोगों को सम्मानित करेगी। करीब 60 पुरस्कारों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन की अंतिम तारीख़ 3 नवम्बर है।
हिन्दुस्तान एग्रीकल्चरल रिसर्च सोसाइटी खेती किसानी के क्षेत्र में विशेष काम करने वाले लोगों को सम्मानित करेगी। करीब 60 पुरस्कारों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन की अंतिम तारीख़ 3 नवम्बर है।
By Divendra Singh
कई बार फसलें सूखने लगती हैं, किसान समझ नहीं पाता कि आखिर ऐसे क्यों हो रहा है, जबकि रोग-कीटों से बचाने के लिए दवाई भी डालता है, जबकि इसके पीछे सूत्रकृमि यानी निमेटोड होते हैं। गाँव कनेक्शन की ख़ास सीरीज़ खेती के डॉक्टर इन्हीं सूत्रकृमियों के बारे में विस्तार से बात की गई है।
कई बार फसलें सूखने लगती हैं, किसान समझ नहीं पाता कि आखिर ऐसे क्यों हो रहा है, जबकि रोग-कीटों से बचाने के लिए दवाई भी डालता है, जबकि इसके पीछे सूत्रकृमि यानी निमेटोड होते हैं। गाँव कनेक्शन की ख़ास सीरीज़ खेती के डॉक्टर इन्हीं सूत्रकृमियों के बारे में विस्तार से बात की गई है।
By CMS Admin
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