By Gaon Connection
मानसून में आम, अमरूद और नींबू का बाग लगाने की सही तकनीक जानें। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ जयप्रकाश सिंह दे रहे हैं किस्म चयन, गड्ढा तैयारी, खाद, पानी और रोग नियंत्रण की पूरी जानकारी।
मानसून में आम, अमरूद और नींबू का बाग लगाने की सही तकनीक जानें। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ जयप्रकाश सिंह दे रहे हैं किस्म चयन, गड्ढा तैयारी, खाद, पानी और रोग नियंत्रण की पूरी जानकारी।
By Gaon Connection
ICRISAT ने विकसित की दुनिया की पहली ‘स्पीड ब्रीडिंग’ तकनीक फिंगर मिलेट के लिए। ‘रैपिड-रागी’ से फसल अब 135 दिन की बजाय 68 दिन में होगी तैयार, मोटे अनाजों की खेती में क्रांतिकारी बदलाव।
ICRISAT ने विकसित की दुनिया की पहली ‘स्पीड ब्रीडिंग’ तकनीक फिंगर मिलेट के लिए। ‘रैपिड-रागी’ से फसल अब 135 दिन की बजाय 68 दिन में होगी तैयार, मोटे अनाजों की खेती में क्रांतिकारी बदलाव।
By Sk Surela So Surela
फल मक्खी की समय पर पहचान और वैज्ञानिक तरीकों से नियंत्रण न केवल उत्पादन बढ़ाता है बल्कि फलों की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है। फेरोमोन ट्रैप एक किफायती, प्रभावी, जैविक और पर्यावरण के अनुकूल तकनीक है जो किसानों को कीटनाशकों के उपयोग से मुक्ति दिलाकर आम की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करती है।
फल मक्खी की समय पर पहचान और वैज्ञानिक तरीकों से नियंत्रण न केवल उत्पादन बढ़ाता है बल्कि फलों की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है। फेरोमोन ट्रैप एक किफायती, प्रभावी, जैविक और पर्यावरण के अनुकूल तकनीक है जो किसानों को कीटनाशकों के उपयोग से मुक्ति दिलाकर आम की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करती है।
By Divendra Singh
बदलते मौसम और बढ़ती गर्मी के बीच पान किसानों को डर है कि अगली पीढ़ी कहीं परंपरा ही न छोड़ दे। कभी गाँव के बाहर बरेजों में लहलहाती पान की बेलें अब गिनी-चुनी रह गई हैं। जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पादन घट रहा है, लागत बढ़ रही है और किसानों का हौसला टूट रहा है।
बदलते मौसम और बढ़ती गर्मी के बीच पान किसानों को डर है कि अगली पीढ़ी कहीं परंपरा ही न छोड़ दे। कभी गाँव के बाहर बरेजों में लहलहाती पान की बेलें अब गिनी-चुनी रह गई हैं। जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पादन घट रहा है, लागत बढ़ रही है और किसानों का हौसला टूट रहा है।
By Gaon Connection
बदलते मौसम के इस दौर में किसानों को सावधानीपूर्वक फसल और पशुधन प्रबंधन करना जरूरी है। समय पर मौसम अपडेट लेना और वैज्ञानिक सलाह को अपनाना, फसलों की सुरक्षा और बेहतर उत्पादन की कुंजी है। उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद ने किसानों के लिए ज़रूरी सलाह ज़ारी की है।
बदलते मौसम के इस दौर में किसानों को सावधानीपूर्वक फसल और पशुधन प्रबंधन करना जरूरी है। समय पर मौसम अपडेट लेना और वैज्ञानिक सलाह को अपनाना, फसलों की सुरक्षा और बेहतर उत्पादन की कुंजी है। उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद ने किसानों के लिए ज़रूरी सलाह ज़ारी की है।
By Gaon Connection
कई राज्यों में गेहूँ की फ़सल पक कर तैयार हो गई है, जबकि अभी कई राज्यों में गेहूँ को तैयार होने में अभी समय है; ऐसे में भारतीय गेहूँ एवं जौ अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए ज़रूरी सलाह जारी की है।
कई राज्यों में गेहूँ की फ़सल पक कर तैयार हो गई है, जबकि अभी कई राज्यों में गेहूँ को तैयार होने में अभी समय है; ऐसे में भारतीय गेहूँ एवं जौ अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए ज़रूरी सलाह जारी की है।
By Dr SK Singh
दशपर्णी जैविक खेती के क्षेत्र में एक प्रभावशाली और सुरक्षित उपाय साबित हो रहा है। यह न केवल कीटों और रोगों से बचाव करता है, बल्कि किसानों के लिए किफायती और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प भी है।
दशपर्णी जैविक खेती के क्षेत्र में एक प्रभावशाली और सुरक्षित उपाय साबित हो रहा है। यह न केवल कीटों और रोगों से बचाव करता है, बल्कि किसानों के लिए किफायती और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प भी है।
By Dr SK Singh
जीवामृत एक देसी जैविक खाद और कीटनाशक है, जो देसी गाय के गोबर-गोमूत्र से तैयार होता है। यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है, फसलों को रोगमुक्त करता है और उत्पादन में वृद्धि लाता है। कम लागत में टिकाऊ खेती का यह समाधान किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
जीवामृत एक देसी जैविक खाद और कीटनाशक है, जो देसी गाय के गोबर-गोमूत्र से तैयार होता है। यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है, फसलों को रोगमुक्त करता है और उत्पादन में वृद्धि लाता है। कम लागत में टिकाऊ खेती का यह समाधान किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
By Gaon Connection
राजस्थान सरकार की यह पहल न केवल किसानों को मौसम की मार से बचाएगी, बल्कि उन्हें आधुनिक तकनीकों से जोड़कर उनकी आय भी बढ़ाएगी।
राजस्थान सरकार की यह पहल न केवल किसानों को मौसम की मार से बचाएगी, बल्कि उन्हें आधुनिक तकनीकों से जोड़कर उनकी आय भी बढ़ाएगी।
By Dr SK Singh
केले की खेती में अधिक उत्पादन और अच्छी गुणवत्ता के लिए मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना ज़रूरी होता है। हरी खाद के इस्तेमाल से किसान अपनी मिट्टी को पोषक तत्वों से भरपूर बना सकते हैं, जिससे उन्हें लंबे समय तक फायदा होगा।
केले की खेती में अधिक उत्पादन और अच्छी गुणवत्ता के लिए मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना ज़रूरी होता है। हरी खाद के इस्तेमाल से किसान अपनी मिट्टी को पोषक तत्वों से भरपूर बना सकते हैं, जिससे उन्हें लंबे समय तक फायदा होगा।